राहुल गांधी अक्सर मंच पर हास्य के लिए भी पहचाने जाते हैं , बहुत बार सीरियस मुद्दों को भी हास्य की बैलगाड़ी में सफर करा देते हैं चाहे वो लोकसभा में उनका माननीय प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द मोदी जी को आंख मारना हो या उनसे गले मिलना हो.
उनका दक्षिण भारत की राजनेतिक रैली में अंग्रेज़ी से तेलगु में लाइव अनुवाद करवाना बड़ा ही हास्य का रोमांचक क्षण था शायद कोई बॉलीवुड जगत का बड़ा हास्य अभिनेता भी ना कर पाए जो उन्होंने बिना किसी हास्य स्क्रिप्ट के कर दिखाया
यहां तक कि उनका सार्वजनिक रूप से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन का लिखा सरकारी प्रस्ताव को सरेआम फाड़ना भी जनता जनार्दन ने बड़े साधारण तरीके से हास्य में ले लिया उनकी जगह कोई और नेता ये हरकत करता तो जन आंदोलन खड़ा हो जाता ,
उनके आलू से सोने बनाने वाली मशीन की भी बहुत चर्चा हुई शायद ही कोई ही जिसने इसपर खिलखिलाकर हस कर अपना मानसिक तनाव कम ना किया हो
अभी हाल में उनका एक किताब का विमोचन करते समय किसी प्रशंसक ने उन्हें किताब का पिछला पन्ना दिखाने को कहा तो राहुल जी ने खुद का पीछे शरीर दिखा दिया जिस पर लोगों ने हंसी के फव्वारे छोड़ते हुए कहा कि जहांपनाह तोहफा कबूल हो
ऐसे अनगिनत किस्से हैं राहुल जी के हास्य के जिनका कोई छोर नहीं लेकिन वाणी को विराम देता हूं , कृपया इसे हास्य में ही ले किसी का मजाक ना बनाए
शैलेन्द्र शुक्ला “हलदौना”